tag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post8434537674542611375..comments2023-09-28T18:29:53.756+05:30Comments on tarz.e.byaaN: daanishhttp://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comBlogger33125tag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-29999948844417306492010-07-15T19:45:26.734+05:302010-07-15T19:45:26.734+05:30वाह. मज़ा आ गया. सभी अशआर बेहद उम्दा.वाह. मज़ा आ गया. सभी अशआर बेहद उम्दा.Rajeev Bharolhttps://www.blogger.com/profile/03264770372242389777noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-57583077100596019122010-07-10T12:44:02.114+05:302010-07-10T12:44:02.114+05:30kamal ki gajal hai..kamal ki gajal hai..HBMediahttps://www.blogger.com/profile/04747085073618372025noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-84072396796649288722010-06-29T21:22:42.480+05:302010-06-29T21:22:42.480+05:30कई दिन बाद आने के लिये क्षमा असल मे मेरी एक ब्लागल...कई दिन बाद आने के लिये क्षमा असल मे मेरी एक ब्लागलिस्ट मुझ से डिलीट हो गयी थी।उसमे आपके ब्लाग का लिन्क था । आजापका लिन्क कहीं देखा तो लगाया। आपकी गज़ल तो हमेशा ही लाजवाब होती है।<br />परखते ही वसीयत गौर से, बीमार बूढ़े की<br />टपक कर आ गए जाने कई हक़दार चुटकी में <br /><br />ख़याल-ओ-सोच की ज़द में इक उसका नाम क्या आया<br />मुकम्मिल हो गये मेरे कई अश`आर चुटकी में <br /><br />बहुत मग़रूर कर देता है दौलत का नशा अक्सर<br />फिसलते देखे हैं हमने कई किरदार चुटकी में<br /><br /><br /> किस किस शेर की तारीफ करूँ? बहुत ूअच्छी लगी गज़ल बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-64942070644636524982010-06-26T19:39:59.387+05:302010-06-26T19:39:59.387+05:30Aachaaray ji , Nirmala ji ,
Alpanaa ji , Usha ji ...Aachaaray ji , Nirmala ji , <br />Alpanaa ji , Usha ji ,<br />Sandhyaa ji , Sulabh ji ...<br />aap sb ke padhaarne ka bahut bahut dhanyaavaad .daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-70811792933293379742010-06-26T12:24:02.382+05:302010-06-26T12:24:02.382+05:30अरे वाह इस बेहतरीन ग़ज़ल पर तो निगाह कैसे नहीं पहु...अरे वाह इस बेहतरीन ग़ज़ल पर तो निगाह कैसे नहीं पहुंची.<br /><br />क्या फरमाया है आपने मुफलिस साहब!<br />....मुकम्मिल हो गये मेरे कई अश`आर चुटकी मे. बहुत खूब!!Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-61785595768035416082010-06-24T11:09:39.364+05:302010-06-24T11:09:39.364+05:30bahut kuch kah diya aapne chutki me.bahut kuch kah diya aapne chutki me.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-16203790103360189212010-06-23T19:49:06.798+05:302010-06-23T19:49:06.798+05:30सफलता के लिए 'मुफ़्लिस' कड़ी मेहनत ज़रूरी ह...सफलता के लिए 'मुफ़्लिस' कड़ी मेहनत ज़रूरी है<br />नहीं होता यूँ ही सपना कोई साकार चुटकी में !!<br />चुटकियों में जीवन के अनमोल सूत्र देने के लिए शुक्रिया !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-81555749572731240002010-06-17T20:11:50.992+05:302010-06-17T20:11:50.992+05:30ग़ज़ल के सभी शेर अलग अलग मिजाज़ लिए हुए हैं.
कुछ प्रे...ग़ज़ल के सभी शेर अलग अलग मिजाज़ लिए हुए हैं.<br />कुछ प्रेरक हैं तो कुछ में तीखापन /व्यंग्य है.<br />बहुत बेहतरीन ग़ज़ल !<br />ख़याल-ओ-सोच की ज़द में इक उसका नाम क्या आया<br />मुकम्मिल हो गये मेरे कई अश`आर चुटकी में <br />----<br />उठो , आगे बढ़ो , कर लो समंदर पार चुटकी में<br />वगरना ग़र्क़ कर देगा तुम्हें मँझदार चुटकी में <br />---------<br />ए दो शेर खास लगे.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-6239303306842473802010-06-17T10:06:54.550+05:302010-06-17T10:06:54.550+05:30किया , जब भी किया उसने , किया इज़हार चुटकी में
'...किया , जब भी किया उसने , किया इज़हार चुटकी में<br />'कभी इनकार चुटकी में , कभी इकरार चुटकी में' <br />वाहा वाह <br />परखते ही वसीयत गौर से, बीमार बूढ़े की<br />टपक कर आ गए जाने कई हक़दार चुटकी में <br />क्या बात है कितनी सही बात कही<br /><br />सफलता के लिए 'मुफ़्लिस' कड़ी मेहनत ज़रूरी है<br />नहीं होता यूँ ही सपना कोई साकार चुटकी में<br />लाजवाब आपकी गज़ल क्या कहूँ --- शब्द नही हैं बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-74598662660812836992010-06-17T10:06:45.699+05:302010-06-17T10:06:45.699+05:30किया , जब भी किया उसने , किया इज़हार चुटकी में
'...किया , जब भी किया उसने , किया इज़हार चुटकी में<br />'कभी इनकार चुटकी में , कभी इकरार चुटकी में' <br />वाहा वाह <br />परखते ही वसीयत गौर से, बीमार बूढ़े की<br />टपक कर आ गए जाने कई हक़दार चुटकी में <br />क्या बात है कितनी सही बात कही<br /><br />सफलता के लिए 'मुफ़्लिस' कड़ी मेहनत ज़रूरी है<br />नहीं होता यूँ ही सपना कोई साकार चुटकी में<br />लाजवाब आपकी गज़ल क्या कहूँ --- शब्द नही हैं बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-29778212749659447712010-06-16T21:31:21.653+05:302010-06-16T21:31:21.653+05:30प्रभावशाली गजल।
(आईये एक आध्यात्मिक लेख पढें .......प्रभावशाली गजल।<br /><br />(आईये एक आध्यात्मिक लेख पढें .... मैं कौन हूं।)आचार्य उदयhttps://www.blogger.com/profile/05680266436473549689noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-42941342505871925062010-06-13T09:07:15.812+05:302010-06-13T09:07:15.812+05:30Ankitji, Arunji, Arshji, Shaahidji, Manuji, Aas...Ankitji, Arunji, Arshji, Shaahidji, Manuji, Aashishji...<br />aap sb ne protsaahit kiyaa,,<br />bahut bahut dhanyaavaad .daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-21234524487397937492010-06-12T18:40:31.291+05:302010-06-12T18:40:31.291+05:30MUFLIS BAU JEE, NAMASTE!
MAIKYA KAMAAL KAR DITTA.....MUFLIS BAU JEE, NAMASTE!<br />MAIKYA KAMAAL KAR DITTA....<br />TUHADE KOLLO MAINE KAFI KUCHH SEEKHNA HAIN, BANK DE VAARE VEE TE LEKHAN DE VAARE VEE....<br />TUSSI MAINU APNA EMAIL DE SAKDE HAN?<br />ASHISH, <br />PHILLAUR :)सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-36368815592550925702010-06-12T08:09:05.530+05:302010-06-12T08:09:05.530+05:30चुटकी में हुई थी ये ग़ज़ल....
उन दिनों कि बात ही और...चुटकी में हुई थी ये ग़ज़ल....<br /><br />उन दिनों कि बात ही और हुआ करती थी....<br />वक़्त अब कितना बदल गया है.......ईसा वाला शे'र शायद बाद में हुआ है..<br />बाकी हर शे'र अब भी वैसा ही ताज़ा है...<br /><br />कुछ आपकी आवाज़ में गूजते हुए...कुछ मोबाइल के sms बोक्स में सहेजे हुए...<br />वापस हमें ग़ज़ल के दिनों कि ओर ले जाते हुए शे'र...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-33831623723019109022010-06-12T00:03:21.535+05:302010-06-12T00:03:21.535+05:30मतले से मक़ते तक....
हुआ है ज़ेहन-ओ-दिल पर शायरी का ...मतले से मक़ते तक....<br />हुआ है ज़ेहन-ओ-दिल पर शायरी का वो नशा मुफ़लिस<br />बना हर शेर पढ़कर दाद का हक़दार चुटकी में.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-57991293101751984892010-06-11T22:34:08.592+05:302010-06-11T22:34:08.592+05:30आदाब हुज़ूर,
कैसे हैं ? चुटकी वाली ग़ज़ल का नशा अभ...आदाब हुज़ूर,<br />कैसे हैं ? चुटकी वाली ग़ज़ल का नशा अभी तक नहीं उतरा ! हर शे'र दाद के क़ाबिल ! करोडो दाद कुबूल करें !<br /><br />आपका<br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-27725036387087683112010-06-11T14:56:26.425+05:302010-06-11T14:56:26.425+05:30Zindgi ka gehan falsfa aur aisi soch, Kaash humein...Zindgi ka gehan falsfa aur aisi soch, Kaash humein bhi haasil hon unki yeh chutkiyaan<br /><br />It is so nice to read everytime i read<br /><br /><br /> Kissi ki nazar mein bhi bazurag ki dua hoti hai <br /> Saamne raha kare hai jo, umaar daraaz hoti haiArunhttps://www.blogger.com/profile/08807244722086064505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-77621672570102002922010-06-10T16:35:54.435+05:302010-06-10T16:35:54.435+05:30नमस्कार मुफलिस जी,
एक और उम्दा ग़ज़ल है ये आपकी कलम ...नमस्कार मुफलिस जी,<br />एक और उम्दा ग़ज़ल है ये आपकी कलम से, हर शेर पे वाह निकल रहा है, मुझे विश्वास है आपने चुटकी बजा के ये ग़ज़ल लिख दी होगी, हर शेर काबिले तारीफ है, एक खुमार सा हो रहा है, जब ये शेर पढ़ रहा हूँ,<br />बहुत मग़रूर कर देता है दौलत का नशा अक्सर<br />फिसलते देखे हैं हमने कई किरदार चुटकी में<br />और<br />ख़याल-ओ-सोच की ज़द में इक उसका नाम क्या आया<br />मुकम्मिल हो गये मेरे कई अश`आर चुटकी मेंAnkithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-80539715200718379062010-06-09T22:54:16.442+05:302010-06-09T22:54:16.442+05:30Dr Daraal ji, Rachnaa ji , Ismat ji , Mukti ...Dr Daraal ji, Rachnaa ji , Ismat ji , Mukti ji , Kshma ji , Venus ji , Dr Ajmal ji , Rajenderji , Neeraj ji , Digambarji, Himaanshu ji , Singhsdmji...<br />ho saktaa hai..filhaal aapke yahaaN naa aa paaooN....<br />so... yaheeN se hi... <br />aapki aamad ka..<br />aur hauslaa-afzaaee ka <br />bahut-bahut <br />shukriyaa adaa kartaa hooN .daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-1761591871395624532010-06-09T19:23:15.712+05:302010-06-09T19:23:15.712+05:30बहुत खूब.....मुफलिस साब
"कभी इनकार चुटकी में,...बहुत खूब.....मुफलिस साब<br />"कभी इनकार चुटकी में, कभी इकरार चुटकी में......" के ये शेर <br />बहुत जोरदार हैं.....<br />उठो , आगे बढ़ो , कर लो समंदर पार चुटकी में <br />वगरना ग़र्क़ कर देगा तुम्हें मँझदार चुटकी में <br />क्या कहने .....साहब ये हुआ मतला, पुर कशिश !<br /><br />बहुत मग़रूर कर देता है दौलत का नशा अक्सर <br />फिसलते देखे हैं हमने कई किरदार चुटकी में <br />अब इस शेर का क्या करें हम .....कहाँ छुपा लें इसे ....!<br /><br />विदेशों की कमाई से मकाँ अपने सजाने को <br />कई लोगों ने गिरवी रख दिए घर-बार चुटकी में <br />बहुत सही......कुछ अमीरों को देखकर कितने गरीबों ने हसरत पाली और ख़त्म हो गए !<br />किया वो मोजिज़ा नादिर, नफस दमसाज़ ईसा ने <br />मुबारिक हो गये थे अनगिनत बीमार चुटकी में <br />जान लेवा ........शेर !Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-29891997199725718722010-06-09T15:21:41.528+05:302010-06-09T15:21:41.528+05:30टिप्पणी तो बाद में कभी देता रहूँगा, अभी तो आप्को ब...टिप्पणी तो बाद में कभी देता रहूँगा, अभी तो आप्को बधाई दे रहा हूँ, कि चुटकी में और बनावटीपन को हावी न होने देने का ये तज्रुबा बार-बार करें।<br />मैं तो अभी ख़यालो-सोच में हूँ - देखिए कितने अश'आर मुकम्मिल हो जाएँ।<br />वाह मुफ़्लिस! जियो मुफ़्लिस!!Himanshu Mohanhttps://www.blogger.com/profile/16662169298950506955noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-91548147053740577022010-06-09T12:43:59.802+05:302010-06-09T12:43:59.802+05:30उठो , आगे बढ़ो , कर लो समंदर पार चुटकी में
वगरना ...उठो , आगे बढ़ो , कर लो समंदर पार चुटकी में <br />वगरना ग़र्क़ कर देगा तुम्हें मँझदार चुटकी में ...<br /><br />आपकी ग़ज़लें और रचनाएँ हमेशा ही आकर्षित करती हैं ... जमीन से जुड़ी बातों की भरमार होती है आपकी रचनाओं में .. ये ग़ज़ल भी आपकी कमाल है ... हर शेर दिल में उतार जातादिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-90714577667218454712010-06-09T09:48:56.076+05:302010-06-09T09:48:56.076+05:30परखते ही वसीयत गौर से, बीमार बूढ़े की
टपक कर आ गए...परखते ही वसीयत गौर से, बीमार बूढ़े की <br />टपक कर आ गए जाने कई हक़दार चुटकी में <br /><br />ख़याल-ओ-सोच की ज़द में इक उसका नाम क्या आया <br />मुकम्मिल हो गये मेरे कई अश`आर चुटकी में <br /><br /><br />बाउजी कमाल कर दित्ता तुसी...अपनी खडावां पेज दयो...बंद ओना नूँ रोज़ मथ्था टेक्या करेगा...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-51325972224647427742010-06-09T05:09:37.884+05:302010-06-09T05:09:37.884+05:30कई उस्ताद लोगों के पसीना छूटते देखा ;
ग़ज़ल कह जाते ...<b>कई उस्ताद लोगों के पसीना छूटते देखा ;<br />ग़ज़ल कह जाते हैं मुफ़्लिस बहुत दमदार चुटकी में</b><br />बहुत अच्छी , रवां-दवां ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद क़बूल फ़रमाएं जनाब-ए-मोहतरम ! <br /><br />तमाम अश्आर ख़ूबसूरती और फ़नकारी से लबरेज़ हैं ।<br />बड़ी आसानी से जीवन-दर्शन सामने रख दिया है… <br />"ख़ुदा की ज़ात पर जिसको हमेशा ही भरोसा है<br />उसी का हो गया बेड़ा भँवर से पार चुटकी में" <br />"सफलता के लिए 'मुफ़्लिस' कड़ी मेहनत ज़रूरी है<br />नहीं होता यूँ ही सपना कोई साकार चुटकी में"<br />वाह जी वाह !<br />- राजेन्द्र स्वर्णकार <br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com" rel="nofollow">शस्वरं</a></b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7679186240872452815.post-45738375294321105052010-06-09T03:38:32.153+05:302010-06-09T03:38:32.153+05:30बहुत मग़रूर कर देता है दौलत का नशा अक्सर
फिसलते द...बहुत मग़रूर कर देता है दौलत का नशा अक्सर <br />फिसलते देखे हैं हमने कई किरदार चुटकी में <br /><br />खूबसूरत, हक़ीक़त .....<br /><br />सफलता के लिए 'मुफ़्लिस' कड़ी मेहनत ज़रूरी है<br />नहीं होता यूँ ही सपना कोई साकार चुटकी में <br /><br />और फिर हक़ीक़त ........<br />बहुत ही संजीदगी से लिखते हैं .<br />आप की गज़ल पसंद आई.Dr.Ajmal Khanhttps://www.blogger.com/profile/13002425821452146623noreply@blogger.com