Wednesday, December 3, 2014

कुछ यादें,
जब साथ रहती हैं
तो दे जाती हैं ज़िंदगी को
दर्द,
चुभन,
इक अनचाहा-सा ख़याल ...
 

और कुछ यादें,
जब साथ रहती हैं
तो भर देती हैं ज़िंदगी में
सलीक़ा,
हिम्मत,
इक मनचाहा-सा अहसास ...
 

ख़ैर ....!
ज़िंदा बना रहता है इन्सान
यादों के साथ बँधे रहने से ..... !!!

Monday, November 24, 2014

ज़िंदगी में ...  आप
ज़िंदगी का बहाना ... आप
ज़िंदगी का सहारा ... आप
ज़िंदगी की वज्ह ... आप
ज़िंदगी का मक़सद ... आप
…   …   .... 
हर घड़ी , हर पल  . . .
मेरे साथ बने रहने के लिए
धन्यवाद  ...
हे ईश्वर  !
आपका  ढेरों ढेरों धन्यवाद   !!!