इस नए साल में आओ ये इरादा कर लें
दिल में अख़लाक़ ओ ख़ुलूस और ज़ियादा कर लें
ज़ब्त ही कर लें सभी रंज-ओ -अलम दुनिया के
हम दिलो ज़हन को कुछ और कुशादा कर लें
अख़लाक़=शिष्टाचार , ख़ुलूस=आपसी प्यार
ज़ब्त=समो लेना
रंजो अलम=दुःख-तक़्लीफ़
कुशादा=विस्तृत
_____________________________
16 comments:
पहने सपनों की विजय माल
हो बहुत मुबारक नया साल
उपहार पुष्प मादक गुलाब
मीठी सुगंध उत्सव शबाब
शुभ गीत नृत्य और मधुर ताल
हो बहुत मुबारक नया साल
aamin
behtareen,hameshaa kee tarah.
ज़ब्त ही कर लें सभी रंज-ओ -अलम दुनिया के...
तेरे मेरे चाहने से नहीं बदलते किसी के रंजो-गम
हाँ ये और बात है के जरा सी जख्मों पे मलहम लग जाए
ये भी क्या कम हौसला है तेरे जज्बातों का....
के रोते हुए चेहरे पे जरा सी हंसी आ जाए....?!?
आमीन...
'हम दिलो ज़हन को कुछ और कुशादा कर लें'
- उत्तम.
NAV VARSH KEE HARDIK SHUBHKAAMNAYEN
यही जज्बात तहा जिन्दगी रहे तो यह मुल्क किसी स्वर्ग से कम न दिखे !!
kamaal kahte hain aap
aaj pahli baar aana hua lekin bus kadam ruk hi gaye aur aapko padne baith gayi
aapse bhaut seekhne milega aesi umeed hai
ye line khas kar bhaut pasand aayi
ज़ब्त ही कर लें सभी रंज-ओ -अलम दुनिया के
हम दिलो ज़हन को कुछ और कुशादा कर लें
आमीन.....
इरादा बहुत नेक है
आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ...
"दिल में अख़लाक़ ओ ख़ुलूस और ज़ियादा कर लें"
...मगर कैसे जनाब ?
नये साल की आपको हार्दिक शुभकामनायें
Gautamji ! aapne poochha kaise !!
janaab...
"mun meiN sankalp liye paaoN
barhaao to sahee..."
वाह.. बंधुवर वाह.. बधाई स्वीकारें..
Thanks for your comments on 'dillagi ushhaaq se ..". I appreciate your frank feedback and want to make sure there are no errors.
I wanted to write 'Maqtub' - written in fate. Is that incorrect?
RC
tarz. e. byaan par kuch naya padhne ki ichchha hai
Muflish ji nayi post ka intjar hai....?!?
Post a Comment